ऋषिकेशः निर्मल एजुकेशन डायरेक्टर डॉ.सूरी के स्वागत से शुरू हुई कार्यशाला, प्रशिक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण


एनजीए ऑडिटोरियम में प्रश्न पत्र निर्माण एवं आदर्श शिक्षा पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्राथमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत बतौर मुख्य अतिथि डॉ. गीता शुक्ला एवं निर्मल एजुकेशन डायरेक्टर डॉ. एस.एन सूरी के स्वागत-सत्कार एवं पुष्पगुच्छ के साथ दीप प्रज्वलन एवं गायत्री मंत्र के साथ हुई।

बताया जा रहा है कि प्रधानाचार्य डॉ. सुनीता शर्मा ने सभी‌ मंचासीन विराजमान गणमान्यों एवं कार्यशाला में उपस्थित प्रशिक्षुकों का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। प्रधानाचार्य ने अवगत कराया कि डॉ. गीता शुक्ला एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् हैं, जिन्होंने 1986 से शिक्षा के क्षेत्र में काम किया और वे एक ग्लोबल करियर काउंसलर के रूप में प्रमाणित हैं। सीबीएसई के द्वारा आयोजित कई कार्यशालाओं में अपना बेहतरीन योगदान दिया है।

कार्यशाला के प्रथम चरण का आरंभ सुबह 9:00 बजे हुआ, जिसमें डॉ. गीता शुक्ला ने प्रश्न पत्र के खाके का महत्व और प्रश्नों के निर्माण के अर्थ, विशेषताएँ और अवधारणाओं को स्लाइड्स और गतिविधियों की सहायता से समझाया। उन्होंने मूल्यांकन के विभिन्न चरणों और प्रारूपिक और संक्षिप्त मूल्यांकन की विशेषताओं पर भी प्रकाश डाला। दोपहर 1:30 बजे शिक्षकों की शंकाओं के समाधान के साथ प्रथम चरण समाप्त हुआ। इसके बाद भोजनावकाश हुआ।

कार्यशाला के द्वितीय चरण में डॉ. गीता शुक्ला ने जीवन में आदर्श मूल्यों के महत्व और उनके अनुप्रयोग पर जोर दिया। कार्यशाला में व्यक्तिगत स्तर, अंतरव्यक्तिक स्तर, सामुदायिक स्तर, राष्ट्रीय स्तर और वैश्विक स्तर पर मूल्यों की समझ को खोजा गया। इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को एक सुरक्षित स्थान प्रदान करना था, जहाँ वे स्वयं को व्यक्त कर सकें, परस्पर संवाद कर सकें और आपसी विवादों का समाधान कर सकें। पूरी कार्यशाला एक इंटरैक्टिव तरीके से आयोजित की गई, जिसमें प्रत्येक प्रतिभागी को अपने दृष्टिकोण साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

वहीं कार्यशाला के समापन अवसर पर डॉ गीता शुक्ला को स्कूल स्मृति चिन्ह एवं शाॅल ओढ़ाकर सम्मान सहित धन्यवाद व आभार व्यक्त किया गया। जिसके बाद एनजीए हेडमिस्ट्रेसअमृत पाल डंग ने मुख्य अतिथि डॉ गीता शुक्ला, मंचासीन विराजमान गणमान्यों एवं कार्यशाला में उपस्थित प्रशिक्षुओं का विशेष आभार एवं धन्यवाद किया । इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का लाभ हम सभी को जरूर मिलेगा।

वहीं उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों का संचालन एनजीए में जरूर होते रहने के लिए निर्मल आश्रम ज्ञान दान अकादमी के पालनहार श्रद्धेय महंत राम सिंह महाराज एवं पूज्य सन्त बाबा जोध सिंह महाराज  से निवेदन किया। साथ ही उनका धन्यवाद किया। इस अवसर पर समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं समस्त कर्मचारीगण उपस्थित थे।


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