ऋषिकेश। धरती पर बैकुंठ धाम कहे जाने वाले व करोड़ों-करोड़ हिंदुओं की आस्था के केंद्र भगवान बद्री विशाल के कपाट आगामी 12 मई को प्रातः 6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। जबकि भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए 25 अप्रैल को नरेंद्रनगर के राजमहल में सुहागिन महिलाओं के द्वारा भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए तिलों का तेल पिरोया जाएगा।
बुधवार को बसंत पंचमी के पावन अवसर पर नरेंद्रनगर के राजमहल में राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने टिहरी के महाराजा मनुजेन्द्र शाह की कुंडली व ग्रह नक्षत्रों की गणना कर भगवान बद्री विशाल के कपाट खोलने, तेल पिरोने की तिथि के साथ ही समय निर्धारित किया,जिसके बाद पौराणिक परंपरा अनुसार इसकी घोषणा महाराजा मनुजेंद्र शाह द्वारा की गयी।
भगवान बद्रीनाथ की कपाट खोलने की घोषणा होते ही इस पावन कार्यक्रम में मौजूद श्रद्धालुओं ने भगवान बद्री विशाल के जयकारों के साथ उत्साहित होकर खुशी जाहिर की। इस मौके पर महाराजा मनुजेन्द्र शाह ने भगवान बद्री विशाल से विश्व शांति व सभी के अमन, चैन तथा समृद्धि की कामना की है।
बद्री-केदार समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि बीते वर्ष में लाखों की संख्या में श्रद्धालु चारों धामों के दर्शनार्थ पहुंचे थे, श्रद्धालुओं की अपार आस्था को देखते हुए इस वर्ष समिति तमाम तरह की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने में अभी से जुट गई है। कहा कि इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए और बेहतर इंतजाम किए जा रहे हैं।
करोड़ों-करोड़ हिंदुओं के आस्था से जुड़े इस कार्यक्रम में टिहरी की सांसद व महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह, नरेंद्रनगर पालिका के नि-वर्तमान अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, ठा०भवानी प्रताप सिंह पंवार,बद्री केदार समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, बद्रीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, सचिव भगवती डिमरी, टीका प्रसाद डिमरी, राजेंद्र प्रसाद डिमरी, हेमचंद्र डिमरी, मनोज डिमरी, बीजेपी के विनोद सुयल, बीकेटीसी के सदस्य,राजपाल पुंडीर के अलावा पत्रकार अमित रतूड़ी , जयप्रकाश कुकरेती, राजेंद्र गुसाईं,विनीता अरोड़ा, रजनीश, साकेत बिजल्वाण तथा बद्री केदार मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरीश गौड, सांसद के जनसंपर्क अधिकारी विजय जड़धारी व नीतेश चौहान के अलावा क्षेत्र के गणमान्य आस्थावान लोग भी मौजूद थे।