ऋषिकेश । नरेंद्रनगर वन प्रभाग में तैनात डीएफओ द्वारा ऋषिकेश के वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र चमोली को धमकी दिए जाने के प्रकरण के संबंध में मंगलवार को पत्रकारों के शिष्टमंडल ने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से मिलकर इस मामले में आवश्यक कार्रवाई किये जाने की मांग रखी है । विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए मौके पर ही मुख्य वन संरक्षक जयराज को दूरभाष पर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विधानसभा अध्यक्ष के कैंप कार्यालय में पत्रकारों के शिष्टमंडल ने ऋषिकेश में आए दिन पत्रकारों के उत्पीड़न, धमकी और प्रेस की आजादी का संज्ञान लेने के संदर्भ में अपना प्रार्थना पत्र सौंपा। विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया कि नरेंद्रनगर वन विभाग के अंतर्गत मुनी की रेती में वन भूमि पर एक होटल स्वामी द्वारा कई माह से पुस्ते का निर्माण कर सड़क बनाई जा रही थी। वन विभाग की लापरवाही का खुलासा किया गया तो डीएफओ नरेंद्रनगर डी एस मीणा और वन क्षेत्राधिकारी स्पर्श काला ने उन्हें अपमानित कर जेल भेजने की धमकी दी।
इस अवसर पर पत्रकारों ने धमकी देने वाले डीएफओ से लिखित माफी मांगे जाने एवं अधिकारी के अन्यत्र स्थानांतरण किए जाने कि मांग विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष रखी।साथ ही सरकारी अफसरों का रवैया तानाशाही पूर्ण ना हो,इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष को संरक्षक की भूमिका निभाने की बात कही।
विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों की बात सुनकर मामले का तुरंत ही संज्ञान लिया एवं मौके पर ही मुख्य वन संरक्षक जयराज को दूरभाष पर पत्रकारों के साथ इस प्रकार के भेदभाव एवं उत्पीड़न जैसे प्रकरण पर शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होते हैं उनके साथ अधिकारियों के द्वारा इस प्रकार की घटना निंदनीय है विधानसभा अध्यक्ष ने पत्रकारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह पत्रकारों के साथ हैं एवं प्रकरण पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद नौटियाल , मयंक ध्यानी, रजत प्रताप सिंह, नीरज गोयल, अमित सिंह, सागर रस्तोगी, ईश्वर शुक्ला, विनय पांडे, जय कुमार तिवारी, दीपक नारंग, महावीर सिंह सहित अन्य पत्रकार गण उपस्थित थे।