डोईवाला से ज्योति यादव की रिपोर्ट:—
डोईवाला। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान न होने से किसान आर्थिक संकट की घड़ी से जूझ रहे हैं, बता दे की डोईवाला शुगर मिल पर 37 करोड़ रूपए का भुगतान बकाया हैं, जिसमें से लगभग 20 करोड़ रुपए केवल गन्ना समिति का बकाया है।
खाद, दवाईयां व अन्य जरूरी सामग्री खेती और फसल की बुआई के लिए आवश्यक है परंतु किसानों को भुगतान न होने से उन्हें जरूरी समान खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों ने बताया की जुलाई के पहले सप्ताह से बच्चों के स्कूल खुलने है जिसमें फीस, किताब, ड्रेस आदि का खर्च पड़ता है। चुकी अबतक शुगर मिल को भुगतान नहीं हुआ है, जिस कारण किसानों को भी गन्ने का भुगतान बकाया है और भुगतान न होने से किसानों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसान उमेद बोरा ने बताया की भुगतान न होने के कारण लगभग सभी किसान कृषि कार्ड बनाकर बैंकों से ऋण लेने को मजबूर हैं जबकि नियमानुसार यदि 15 दिनों के भीतर गन्ने का भुगतान नहीं किया जाता है तो 7.5 प्रतिशत की दर से किसानों को ब्याज देने का प्रावधान है लेकिन आज तक किसानों को ब्याज नहीं दिया गया।
अभी तक मात्र 18 फरवरी तक ही किसानों को गन्ने मूल्य का भुगतान हुआ है, किसानों की मांग है शुगर मिल डोईवाला के साथ उत्तराखंड सरकार जल्द से जल्द किसानों को गन्ने मूल्य बकाया का भुगतान किया जाय नहीं तो गन्ना किसान धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।