डोईवाला से ज्योति यादव की रिपोर्ट:—-
डोईवाला। गन्ना मिल द्वारा किसानों के पांच सेन्टरों को बन्द करने और केन्द्र सरकार की किसान व जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आठ अगस्त को देहरादून जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक गन्ना सोसायटी किसान सभागार में सम्पन्न हुई।
उपस्थित किसानों की सभा को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण व प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव प्रसाद देवली ने देश मे बढ़ती बेहताशा मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ केंद्र सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ बोलते हुए कहा कि पैट्रोलियम पदार्थो सहित खाद्य वस्तुओं, खाद बीज और कीटनाशक दवाओं के दामों में 100 से 500 प्रतिशत गुणात्मक वृद्धि हुई है जिनको रोकने में सरकार बिल्कुल विफल हो चुकी है।
इन्होंने कहा कि सरकार की इन गलत नीतियों और डोईवाला मिल द्वारा बन्द किए गए पांच सेन्टरों के खिलाफ अखिल भारतीय किसान सभा आठ अगस्त को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी, जिसमे जिले से सैकड़ो किसान प्रदर्शन में शामिल होंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि डोईवाला गन्ना मिल ने पांच सेन्टरों को बन्द करने का जो किसानों के प्रति आत्मघाती फैसला लिया है उसे किसान बर्दास्त नहीं करेंगे और जब तक सेन्टरों की बहाली का मिल द्वारा लिखित आश्वासन नहीं मिलता तब तक किसान सभा आंदोलित रहेगी।
प्रदर्शन को कामयाब करने की अपील करते हुए कहा कि डोईवाला से भी सैकड़ो किसान आंदोलन में हिस्सा लेंगे।
बैठक का संचालन करते हुए जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली व ज़ाहिद अंजुम ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि बन्द किए गए पांच गन्ना सेन्टरों को बहाल किए जाने तक किसानों का आन्दोलन जारी रहेगा।
सरकार की मंहगाई और बेरोजगारी सहित कई जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आठ अगस्त को देहरादून में होने वाले प्रदर्शन को कामयाब करने के लिए किसानों से बढ़ चढ़कर भाग लेने की अपील की।
आयोजित बैठक को पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेन्द्र पुरोहित, सीटू जिलाध्यक्ष कृष्ण गुनियल, पुरुषोत्तम बडोनी, सरजीत सिंह, किशन सिंह, ज्योति थापा, हुसैन अहमद, हरबंश सिंह गुरु जी, मकसूद अली, इंदरजीत सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए अपने विचार रखे।
बैठक में जागीरी लाल, शाहबुद्दीन, रविंद्र सिंह, शमशाद अली, जगजीत सिंह, नरेन्द्र सिंह, सुरेश सिंह,जागीरी राम, समसुद्दीन, राजेश सैनी, बसन्ती देवी,सिंगा राम, साधु राम,नजराना, कमली देवी, हरविंदर सिंह आदि काफी संख्या में किसान उपस्थित थे।