भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की श्रद्धांजलि.


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के पहले उप प्रधानमंत्री भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया पोस्ट करके सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देशवासियों को उनके जीवन से हमेशा प्रेरणा मिलती रहेगी।

मुख्यमंत्री ने सरतार पटेल को याद करते हुए कहा, मां भारती के वीर सपूत, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं भारत रत्न से विभूषित “लौह पुरुष” सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की पुण्यतिथि पर कोटिशः नमन। राष्ट्र की एकता व अखंडता के लिए आपके द्वारा दिया गया योगदान चिरकाल तक देशवासियों को प्रेरणा देता रहेगा।

बता दें कि सरदार पटेल ने देश की आजादी के बाद तमाम रियासतों को भारत में मिलाने का काम किया था। उन्होंने गांधी जी की इच्छा का सम्मान करते हुए खुद को प्रधानमंत्री पद की रेस से दूर रखा और पंडित नेहरू का समर्थन किया। आजादी के बाद सरदार पटेल देश के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री बने। पंडित नेहरू के साथ उनकी कई मुद्दों पर तनातनी भी होती थी, यहां तक कि उन्होंने इस्तीफे की भी पेशकश की थी।

स्वतंत्रता के समय भारत में कुल 562 रियासतें थीं, जोकि भारत के कुल क्षेत्रफल का 40 फीसदी था। ऐसे में सरदार पटेल को इन रियासतों को भारत के साथ जोड़ने का मुश्किल टास्क दिया गया था। उन्होंने वीपी मेनन के साथ मिलकर इन रियासतों को भारत में मिलाने का कार्य शुरू किया। जब मेनन के समझाने के बाद भी कुछ रियासतों के राजा भारत में विलय के लिए राजी नहीं हुए तो सरदार पटेल ने कमान संभाली। सिर्फ तीन रियासतों ने भारत में शामिल होने से इनकार किया था, जम्मू कश्मीर, जूनागढ़ और हैदराबाद। लेकिन इन सभी का भारत में विलय में सरदार पटेल का विशेष योगदान है।


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