इलेक्शन:निकाय चुनाव को लेकर दावेदारों मे उत्सुकता,अब फिर वही दौर शुरू

ऋषिकेश। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने निकाय चुनावों को समय से कराने के आदेश पर एक-दो माह के भीतर नगर निकायों में चुनाव प्रक्रिया शुरू हो सकती है। लंबे समय से चुनाव को लेकर टकटकी लगाए दावेदारों की इस निर्णय से बांछे खिल गई हैं। हालांकि निकाय चुनाव में अभी ओबीसी आरक्षण का पेंच है, जिसके लिए शासन और प्रशासन के उच्च पदस्थ स्तर पर कसरत करनी होगी।

टिहरी जिले में 11 नगर निकाय हैं। जिनमें नगर पालिका टिहरी, मुनिकीरेती, नरेंद्रनगर, चंबा, देवप्रयाग के अलावा नगर पंचायत घनसाली, लंबगांव, चमियाला, गजा, कीर्तिनगर,तपोवन शामिल हैं। गत वर्ष सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैंपटी को भी नगर पंचायत बनाने की घोषणा की थी। अब इन निकायों में चुनाव की प्रक्रिया करानी है।बीते 2 दिसंबर को सरकार ने निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद यहां संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम को प्रशासन
की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन निकाय एक्ट में प्रशासकों के कार्यकाल बढ़ाने को कोई प्रावधान नहीं हैं। वहीं सरकार ने भी नैनीताल हाइकोर्ट में तय समय से चुनाव कराने का हलफनामा दिया है। 4 जून तक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता है। ऐसे में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होते ही निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।

ओबीसी आरक्षण के पेंच को हल करने के बाद 10 दिन के भीतर सुनवाई आदि औपचारिकताएं निपट सकती हैं।
ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जून के अंतिम सप्ताह तक निकाय चुनाव हो सकते हैं।

ऋषिकेश के समीकरण-
वंही टिहरी जिले के मुनिकिरेती से सटे ऋषिकेश निगम मे भी चुनावी रंग दिखने लगा है। निगम क्षेत्र मे निकाय चुनाव और अध्यक्ष पद पर दावेदारों की लिस्ट भी लम्बी है।
ऋषिकेश नगर निगम मे वर्तमान मे एक ही पार्टी मे अध्यक्ष पदों के दावेदारों की भरमार है, लेकिन यह पार्टी हाई कमान पर निर्भर है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष के दावेदारों की लिस्ट लम्बी होने के चलते हर कोई अपनी जुगत मे लगा हुआ है। वंही अन्य पार्टी और निर्दलीय भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द निकाय चुनाव हों ताकि वह अपनी दावेदारी ठोक सकें।

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