ब्यूरो रिपोर्ट- सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने चमोली जिले के मलारी हाईवे पर रैणी में वैली ब्रिज तैयार कर चीन सीमा क्षेत्र में आवाजाही शुरू कर दी है 200 फुट लंबे ब्रिज को बनाने में बीआरओ को आठ दिन लगे। बीआरओ के अधिकारियों के वाहनों की आवाजाही के साथ शुक्रवार को मलारी हाईवे को खोल दिया गया है। हाईवे के सुचारु होने पर नीती घाटी के ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है।
आप को बता दे कि 7 फरवरी को ऋषि गंगा की जल प्रलय में रैणी गांव के समीप मलारी हाईवे पर 90 मीटर लंबा मोटर पुल बह गया था, जिससे उस क्षेत्र के गांव से संपर्क टूट गया था । इसके साथ ही सेना के जवानों की आवाजाही भी ठप होग गई थी। बीआरओ ने तुरत ही हाईवे पर राहत कार्य मे जुट गई थी ।
निर्धारित तिथि से पहले ही ब्रिज को तैयार कर शुक्रवार को आवाजाही शुरू कर दी गई है
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी, बीएसएम, सड़क संगठन के महानिदेशक एवं आशु सिंह राठौड़ एवीएसएम/ वीएसएम, चीफ इंजीनियर ने इस महत्वपूर्ण एवं अत्यंत आवश्यक संपर्कता को पुनः स्थापित करने हेतु इस कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं श्रमिकों की सराहना की है ।