ब्यूरो रिपोर्ट – राज्य में कोरोना कहर की बढ़ती स्थिति के देखते हुए कृषि मंत्री व शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बुधवार को राज्य के मुख्य अस्पतालों , चिकित्सा – संस्थानों के प्रमुखों से सीधी वार्ता कर उन्हें अपने – अपने अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाये जाने का अनुरोध किया गया , ताकि आवश्यकता पड़ने पर अधिक से अधिक गम्भीर संक्रमित व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा – उपचार मुहैय्या कराया जा सके । इस पर इन अस्पतालों के प्रबन्धन की ओर से भी अपनी – अपनी इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े बिन्दुओं की ओर राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए पूरे रचनात्मक सहयोग का आश्वासन सरकार को दिया गया है । सरकार पूरी संवेदनशीलता से स्थिति पर सतर्क निगाह रखे हुए है । उन्होंने आम जनता से भी भारत सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया का परिपालन करने की अपील की है व जोर देकर कहा कि राज्य में लगातार जांच किये जा रहे हैं एवं संसाधनों की कोई कमी नहीं है । राज्य सरकार के स्तर से मानकों में शिथिलता देते हुए महानिदेशक , चिकित्सा – स्वास्थ्य एवं महानिदेशक , चिकित्सा शिक्षा द्वय को राज्य की आवश्यकता के अनुरूप जरूरी दवाओं की आपूर्ति प्राप्त कर लें । अकेले देहरादून के रायपुर व कोरोनेशन अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा दी गई है । साथ ही हरिद्वार कुम्भ के दौरान स्थापित ऐसे अस्पतालों की निरन्तरता बढ़ाने पर सरकार काम कर रही है । राज्य में तात्कालिक रूप से आक्सीजन व रेमिडिसिवर दवा की कोई कमी नहीं है । सुखद यह कि उत्तर प्रदेश राज्य को भी उनकी माँग पर आक्सीजन की आपूर्ति हाल में की गई है । इस अवसर पर कृषि मंत्री उनियाल ने जन – जागरूकता पर विशेष ध्यान देकर सार्वजनिक व शादी समारोहों में सीमित संख्या में केवल स्थानीय व परिवार के लोगों की प्रतिभागिता की अपील दोहराई है । उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे आयोजन में मात्र परिजन व निकटस्थ ही शिरकत करेंगे , तो यह ज्यादा बेहतर होगा ।
अनाधिकृत चिकित्सकों द्वारा आईसीयू केन्द्र बनाकर कोरोना मरीजों का उपाचार किये जाने को , जहाँ पर मृत्यु भी रिपोर्ट हुई हैं , के बिन्दु पर मंत्री ने कहा कि ऐसा संज्ञान में लाया गया था । इस पर जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का कहा गया है कि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति इस तरह का कृत्य कर मानवता से खिलवाड़ न करने पाये ।
इसके अतिरिक्त जन – सामान्य से यह भी अपील की है कि कोरोना जैसे लक्षण महसूस होने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर लें , ताकि किसी को ऑक्सीजन की कमी जैसी गम्भीर स्थिति का सामना न करना पड़े ।