डोईवाला से ज्योति यादव की रिपोर्ट:—
डोईवाला। गन्ने के बकाया भुगतान की मांग के अलावा किसानों की कई अन्य महत्वपूर्ण समस्याओं के समाधान के लिए बृहस्पतिवार को डोईवाला गन्ना सोसायटी किसान सभागार में किसानों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई।जिसमे अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महामंत्री गंगाधर नौटियाल विशेष रूप से उपस्थित हुए।
डोईवाला गन्ना सोसायटी के किसान सभागार में आयोजित अखिल भारतीय किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह की अध्यक्षता और ज़ाहिद अंजुम के संचालन में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में किसानों ने गन्ने के एकमुश्त बकाया भुगतान की मांग करते हुए सरकार को निर्णायक आंदोलन की चेतावनी भी दी।
किसान सभा जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक सभी किसान संगठित नहीं होंगे तब तक कोई निर्णायक लड़ाई नही लड़ सकते। हमे शीघ्र ही गन्ने के बकाया भुगतान के लिए आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर धरना या आंदोलन के जरिये लड़ाई लड़नी पड़ेगी जिसके लिए आपको हमेशा तैयार रहने की जरुरत है।
किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने बैठक को सम्बोधित करते हुए संघठन के विस्तार पर जोर देते हुए कहा कि किसान सभा देश में किसानों का सबसे बड़ा संघठन है ये किसी व्यक्ति विशेष की प्रॉपर्टी नही बल्कि लोकतांत्रिक किसान संघठन है जिसमे संघठन के सम्मेलन के माध्यम से कमेटियों का गठन किया जाता है। कहा कि यदि हमें सरकार की किसान विरोधी नीतियों का मुकाबला करना है तो संघठन को मजबूत करना पड़ेगा इसके लिए ” हर गांव किसान सभा, हर किसान किसान सभा ” के नारे के साथ किसानों को सदस्य बना कर उनकी कमेटी बनाते हुए उनको संघठित किया जाये ताकि आंदोलन को निर्णायक बनाया जा सके।
किसानों को सम्बोधित करते हुए किसान सभा जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली ने मिल द्वारा किसानों को किस्तों में किए जा रहे भुगतान की निंदा करते हुए कहा कि किसानों ने जब मिल को अपना गन्ना सप्लाई कर दिया और मिल बन्द हुए भी एक माह से ज्यादा गुजर चुका तो मिल को चाहिए कि वह किसानों को गन्ने का सम्पूर्ण बकाया भुगतान एक मुश्त करें अन्यथा किसानों को विलम्ब से किये गए भुगतान पर ब्याज दें। कहा कि किसान सभा शीघ्र ही बिरादराना सभी किसान संघठनो से बात कर बकाया भुगतान पर निर्णायक लड़ाई लड़ेगी।
किसान सभा के वरिष्ठ साथी बलबीर सिंह और संचालक ज़ाहिद अंजुम ने कहा कि सरकार का ध्यान जनता के मुद्दों पर नही है उन्होंने सुसवा नदी में फैली गंदगी और सोंग नदी में सरकार द्वारा खनन नीति का विरोध करते हुए कहा कि सुसवा नदी में बहने वाला पानी एक जहरीले पदार्थ में तब्दील हो गया जिससे भयंकर बीमारी के फैलने का खतरा बना हुआ है उन्होंने सरकार से सुसवा नदी में बहने वाले गन्दे पानी की समस्या से निजात देने की मांग की और सोंग नदी में 10 वर्षों के लिए खनन स्वीकृति को किसानों के हित में रद्द करने की मांग की।
बैठक को किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि डोईवाला शुगर मिल किसानों की आजीविका का मुख्य साधन है यदि ये मिल बर्बाद हुआ तो किसानों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा उन्होंने जर जर हालत हुई गन्ना मिल का पुनरोद्धार कर नवीनीकरण करने की मांग की। बैठक को संजय पुंडीर, सरजीत सिंह, जरनैल सिंह, हरबंश सिंह, मनजीत सिंह, आदि ने भी सम्बोधित करते हुए अपने विचार रखे।
बैठक के अंत मे गन्ना मिल में मैकेनिकल इंजीनियर के पद पर रहते हुए कोरोना काल मे शेरगढ़ माजरी के किसान साथी स्वर्गीय गुरुचरण सिंह को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर उन्होंने श्रद्धांजलि दी गई और किसान सभा ने उनके परिवार के साथ अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया।
बैठक में अनूप पाल, अमरीक सिंह, फूल सिंह, पूरण सिंह, जगजीत सिंह, किशन सिंह, अब्दुल खालिद , हरबंश, जोगिंदर सिंह, गुरचरण सिंह, राशिद अली, नवाबुद्दीन, मामराज,जगदीश, महेन्द्र सिंह, भगवान दास,नरेन्द्र सिंह, चतर सिंह, सलीम अहमद, प्रियांशु, अय्यूबअली, अशोक तिवारी,राजेश सैनी, हरिसिंह, इन्द्र सिंह,श्री चंद,गुलाम साबिर,भूपसिंह आदि सैकडों किसान मुख्य रूप से उपस्थित थे।