डोईवाला से ज्योति यादव की रिपोर्ट:—–
भूमाफियाओं द्वारा जमीनों पर कब्जा एवं आमजन के साथ जालसाजी व धोखाधड़ी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, साथ ही अब भूमाफियाओं के अंदर से प्रशासन का खौफ खत्म हो चुका है और इनके हौसले निरंतर बुलंद होते जा रहे हैं।
एक आम इंसान पाई पाई जोड़कर अपनी जिंदगी भर की कमाई लगाकर घर और जमीन लेने का स्वप्न देखता है और कुछ जालसाज व्यक्ति मजबूर और कमजोर लोगों से उनकी जमीन हथियाने का प्रयत्न करते हैं। ऐसी ही एक जालसाजी रानीपोखरी निवासी कथावाचक प्रमोद चमोली के साथ घटित हुई।
यूं तो पंडितों को समाज में सर्वोच्च दर्जा दिया जाता है परंतु कुछ लोगों ने धन की लालसा में धर्म संरक्षक माने जाने वाले पंडितों को भी नही बक्शा। पंडित प्रमोद चमोली ने 15 मार्च 2022 को कोठारी मोहल्लें जॉलीग्रांट में पूरे दस्तावेजों व कीमत चुकाकर भूमि मालिक धर्मेंद्र कुमार से रजिस्ट्री अपने नाम करवाली।
परंतु अब पंडित प्रमोद को पता चला कि वह जमीन पट्टे की थी और पूर्व मालिक धर्मेंद्र कुमार व उसके साथी संदीप कुमार ने धोखे से उन्हें जमीन बेची। साथ ही अब उन्होंने आपस में ही उस जमीन पर दोबारा कब्जा जमाने के लिए दूसरे के विरोध न्यायालय में याचिका दी है।
पंडित प्रमोद ने बताया की धर्मेंद्र व उसका साथी संदीप कुमार ने वकील की सहायता से उन्हें बिना बताए पट्टे की जमीन बेची और अब उसपर आपस में ही डामाडोल करके जमीन का मालिकाना हक लेने से रोक रहे ही। कहा कि उन्होंने आपस में ही जमीन के पूर्व मालिक एक नाम केस दर्ज करवा रखा है। जिसमें उनका मालिकाना हक होते हुए भी उनकी ओर से कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जिसका आवेदन पत्र उन्होंने उप जिलाधिकारी, तहसील व पुलिस को भी दे रखा है। लेकिन अब तक उनके द्वारा कोई हस्तक्षेप ना करने से मामला और बिगड़ता जा रहा है। पंडित प्रमोद में साफ तौर पर कहा कि यदि प्रशासन इसमें जल्द से जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाता तो वह पूरे पंडित समुदाय के साथ धरना प्रदर्शन करने को विवश होंगे, जिसका जिम्मेदार पूर्ण रूप से प्रशासन होगा।