ब्यूरो रिपोर्ट:- टिहरी जिले में लॉकडाउन के दौरान घर लौटे प्रवासियों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विकासखंड चंबा के आरकोट गांव का दौरा कर राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को दी । इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की समस्या का संज्ञान लेते हुए मौके पर ही अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए । साथ ही गांव में प्रवासियों के द्वारा बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाई गई भूमि का निरीक्षण भी किया । इस दौरान आराकोट गांव के निवासी सुशील रावत ने कहा कि उनके साथ अन्य प्रवासियों ने हेंवल नदी के किनारे बंजर पड़ी भूमि व क्यारियों को पुनः कृषि योग्य व उपजाऊ बनाने के लिए निरंतर कार्य किया जिससे भूमि खेती योग्य हो गई। ग्रामीणों ने जंगली जानवरों से खेती की सुरक्षा की बात कही जिस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि प्रवासियों को जंगली जानवरो से सुरक्षा हेतु भूमि की घेरबाड, भैंस पालन, मत्स्य पालन, पोल्ट्री फार्म, पाली हाउस, फलदार वृक्ष इत्यादि उपलब्ध किए जाए । यहाँ प्रवासियों के 9 सदस्य समूह ने लगभग 7 हेक्टेयर बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाने का कार्य करते हुए लगभग 3 हेक्टेयर भूमि पर सब्जियां उगाने के साथ ही अन्य गतिविधियां शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी ने भूमि की सही पैमाइश हेतु अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिए जिलाधिकारी ने प्रवासियों को रोजगार शुरू करने के लिए को-ऑपरेटिव से प्रति व्यक्ति 3 लाख रुपये मुफ्त ब्याज ऋण की जानकारी भी दी। जिलाधिकारी ने प्रवासियों को हर संभव मदद का आश्वासन भी देते हुए को-ऑपरेटिव बैंक के अधिकारियों को तत्काल स्थलीय निरीक्षण के भी निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने नागणी में मोनिका पंवार द्वारा की जा रही मशरूम की खेती का भी निरीक्षण किया। मोनिका मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के उपरांत गुड़गांव में नौकरी छोड़कर स्वरोजगार को अपनाया है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी शिवचरण द्विवेदी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. डी .के तिवारी, खंड विकास अधिकारी चंबा, ग्राम पंचायत अधिकारी, राजस्व निरीक्षक आदि उपस्थित थे ।