डोईवाला से ज्योति यादव की रिपोर्ट
डोईवाला। बादल फटने व भारी बारिश के कारण सॉन्ग नदी समेत क्षेत्र की अन्य मुख्य नदियों का जलस्तर बढ़ने तथा कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
बड़ी संख्या में किसानो की भूमि सुस्वा, सॉन्ग और जाखन नदी के किनारे है। नदी के दोनों और पुस्ता ना होने के कारण बरसात मे नदी किसानों की जमीन के साथ वहां बनी उनकी इमारात को भी बाहर कर ले गई।
मंगलवार को आप के पूर्व विधायक प्रत्याशी राजू मौर्य ‘केतन’ ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा। मौर्य ने कहा कि बरसात से पहले उनके द्वारा सरकार से मांग की गई थी की इन नदियों के किनारे किसानों की भूमि लगती है जिस पर मजबूत पुस्ते लगाना बहुत जरूरी है, हर बरसात में किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन नदी बहा ले जाती है।
साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान सभी पार्टियों ने यह वादा किया था इन नदियों के साथ लगते हुए किसानों की भूमि को बचाने के लिए पुस्ते लगाए जाएंगे, जिस पर भाजपा की जनविरोधी नीति सामने आई है। कहा की भाजपा केवल वायदे करती है, वास्तव में धरातल पर काम करने से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
आम आदमी पार्टी ने सरकार से मांग करते हुए कहा की सिर्फ खानापूर्ति के लिए मुआवजा नहीं बल्कि किसानों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए। साथ ही उन्होंने क्षेत्रीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल क्षेत्र विशेष पर ध्यान दे रहे हैं इसके साथ ही अपने चहेतों को रेवडीया बांटने में लगे है।
उनके द्वारा अब तक जमीन पर एक भी विकास कार्य को अंजाम नहीं दिया गया चुनाव का रिजल्ट आने की 6 माह बीत जाने के बाद भी एक भी समस्या का समाधान डोईवाला में नहीं हो पाया है।